अभी तक इस मिसाइल के दो टेस्ट किए गए हैं पहला टेस्ट 21 जुलाई 2011 को चांदीपुर में किया गया जिसमें 250 सेकंड में 200 किलोमीटर की दूरी तय की और निर्धारित लक्ष्य को यह उच्च सटीकता के साथ मारा और दूसरा टेस्ट 20 सितंबर 2018 को आइटीआर चांदीपुर में किया गया इसके दो वेरिएंट है प्रगति और प्राणशी, प्रगति को 2013 में दक्षिणी कोरिया ने खरीदा प्रगति की हाईएस्ट रेंज 170 किलोमीटर है इसमें 95% प्रहार के पुर्जे लगे हुए हैं प्रहार की रेंज डेट 100 किलोमीटर होने के कारण भारतीय सेना 200 किलोमीटर रेंज की एक नई मिसाइल चाहती थी और डीआरडीओ के द्वारा 2021 में इसे बनाया लिया गया है यह भारत उन देशों को बेचने के लिए रखा है जिन्हें 300 किलोमीटर रेंज से ज्यादा की मिसाइल खरीदने पर पद में लगे हुए हैं उन देशों के लिए प्राणशी मिसाइल है जिन देशों पर प्रतिबंध लगे हैं उन देशों पर प्रबंधन एमटीसीआर लगाता है एमटीसीआर का पूरा नाम मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल Regime है एमटीसीआर के 35 देश सदस्य हैं
प्रहार मिसाइल का वजन 1,280 किलोग्राम और लंबाई 7.32 सेंटीमीटर (24 फीट) डायमीटर एनी मोटाई 0.42 मीटर (1 फीट 5 इंच) है यह अपने वारहेड में 250 किलोग्राम वजन के विस्फोटक को ले जा सकती है वारहेड मिसाइल के आगे लगे भाग को कहते हैं जिसमें किसी भी प्रकार के विस्फोटक को भरा जाता है प्रहार मिसाइल में सिंगल स्टेज रॉकेट मोटर इंजन लगा है सिंगल स्टेज का मतलब यह पूरी मिसाइल एक सिंगल पार्ट की बनी है फायर करने के दौरान इसमें से कोई भी पार्ट अलग नहीं होता है यह पूरी मिसाइल अपने टारगेट तक जाती है रॉकेट इंजन का मतलब इसे अपनी इंजन को चलाने के लिए बाहर से आवेदन लेने की जरूरत नहीं है यह अपना ऑक्सीजन स्वयं लेकर चलती है इसके इंजन को सॉलि़ड फ्यूल की मदद से चलाया जाता है प्रहार की रेंज डेढ़ सौ किलोमीटर तक की होती है प्रगति की रेंज 170 किलोमीटर तक तथा प्राहशी की रेंज 200 किलोमीटर तक होती है यह मिसाइल 35 किलोमीटर तक उड़ती है तथा इनकी स्पीड 4 मेग की होती है
इनके वारहेड के पहले वाले भाग में गाइडेंस सिस्टम लगा होता है प्रहार में गाइडेंस सिस्टम के लिए mid कोर्स फाइबर ऑप्टिक जाइरो इंटीरियल नेवीगेशन सिस्टम लगा है और इसमें जीपीएस के लिए नाविक सेटेलाइट गाइडेंस सिस्टम लगा है जो भारत ने स्वयं बनाया है यह 10 मीटर तक के छोटे टारगेट को अपनी रेंज के अंदर होने पर मार सकती है इसको लांच करने के लिए टाट्रा बीईयमयल (भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड) या टाटा दूरभाषा (ट्रांसपोर्ट इरेक्टर लांचर) से लांच किया जा सकता है इस मिसाइल को लॉन्च करने के लिए 2 से 3 मिनट में तैयार किया जा सकता है वह भी सॉलि़ड फ्यूल इंजन के साथ।
0 टिप्पणियाँ