जिनका इस्तेमाल अफगानिस्तान में अमेरिका और नेटो फोर्सेज के सैनिक किया करते थे अफगानिस्तान से लौटते समय अमेरिका के सैनिक लगभग छह लाख छोटे हथियार वहीं पर छोड़ गए थे इन हथियारों में पिस्तौल राइफल ग्रेनेड लॉन्चर कार्बाइन और मशीन गंज थी जिन्हें तालिबान के जो आतंकवादी हैं उन्होंने हथिया लिया था और अब यारों के साथ पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहे हैं या नहीं यार अब पाकिस्तान के आतंकवादियों के साथ होते होते कश्मीर में आ गए हैं वह वीडियो आज की न्यूज़ को मिलाछोड़ गई थी
हथियारों के प्रदर्शन के साथ ही आतंकवादी भड़काऊ नारेबाजी भी कर रहे हैं और यह वीडियो पीएएफ जानी पीपल एंड फास्टेस्ट फ्रंट के नाम से जारी किया गया है यह जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों का ही एक घूंट है जो असल में पाकिस्तान के जैसे मोहम्मद का नया मुखौटा बताया जा रहा है इस वीडियो से यह साफ है कि अमेरिका से तालिबान के हाथों तक जो हथियार पहुंचे पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों को मिल रहे हैं और फिर वहां से वह कश्मीर में आ रहे हैं
इस बात का सबूत पिछले महीने से ही जम्मू-कश्मीर में सामने आने लगा था वहां सेना और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में छह पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए और उन सभी पाकिस्तानी आतंकवादियों के पास यही मिली थी अमेरिका में ही बनी है जिसका प्रयोग देशों की सेनाएं करती हैं और इस हथियार का प्रयोग करने वाले देशों की सूची में पाकिस्तान का नाम भी है और अफगानिस्तान में भी अमेरिकी सैनिक बड़ी संख्या में इसी का पाकिस्तानी आतंकवादी जम्मू कश्मीर में इस्तेमाल कर रहे हैं इससे ज्यादा चिंता वाली बात और कुछ हो नहीं सकती क्योंकि अमेरिका कश्मीर में आतंकी आने की कोशिश की जा रही है
जम्मू कश्मीर में आतंकवादपाकिस्तान की तरफ से हथियारों की सप्लाई हो नहीं पा रही थी और कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं में भी कमी आने की एक बहुत बड़ी वजह थी लेकिन आतंकवादियों को एक बार फिर से अभी हथियार मिल गए हैं इससे भी ज्यादा चिंता वाली बात यह है कि आखिर अमेरिकी सेना के हैं जो छोटे हथियारों के अलावा अफगानिस्तान में तो मोटर और हेलीकॉप्टर्स भी छोड़ गए थे
जो इस समय तालिबान के पास हैं और तालिबान सेवादार पाकिस्तान के आतंकी संगठनों को मिलने की आशंका से भी इनकार नहीं कर सकता तो आखिरकार यह सारे हथियार अब भारत के खिलाफ इस्तेमाल हो रहे हैं हमारे और आपके खिलाफ इस्तेमाल हो रहे
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