गिलोय के फायदे और नुकसान
गिलोय के पत्ते स्वाद में कसौली कड़वे और तीखे होते हैं गिलोय का उपयोग कर वात पित्त और कफ को ठीक किया जा सकता है या पचने में आसान होती है भूख बढ़ती है साथ ही आंखों के लिए लाभकारी होती है आप गिलोय के इस्तेमाल से प्यास जलन डायबिटीज कोस्ट पीलिया रोग में लाभ ले सकते हैं इसकी समय इसके साथ ही या वीर्य और बुद्धि शक्ति बढ़ाती है और बुखार उल्टी सूखी खांसी हिचकी बवासीर टीवी मूत्र रोग में भी प्रयोग की जाती है
गिलोय क्या है
गिलोय अमृता अमृत वाली अर्थात कभी ना सूखने वाला एक बड़ी लता इसका तना देखने में रस्सी जैसा लगता है इसके कोमल तने तथा शाखाओं से जुड़े निकलती है इस पर पीले और हरे रंग के फूलों के गुच्छे लगते हैं इसके पत्ते कोमल दशा पान के आकार के और फल मटर के दाने जैसे होते हैं या जिस पेड़ पर चढ़ते हैं उस पर इसके कुछ गुण भी इसके अंदर आ जाते हैं इसलिए नीम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय सबसे अच्छी मानी जाती है आधुनिक आयुर्वेद के अनुसार गिलोय नुकसानदायक बैक्टीरिया से लेकर पेट के अंदर जाते कीड़ों की भी खत्म करते हैं टीवी रोग का कारण बनने वाले जीवाणु की वृद्धि को रोकती हैं अंतर था यूरिन सिस्टम के साथ-साथ पूरे शरीर को प्रभावित करने वाले लोगों को भी खत्म कर दी हैं गिलोय की कई प्रजातियां होती हैं जिसमें महत्तम नींद जिसमें मुख्यतः निम्न प्रजाति का उपयोग चिकित्सा के लिए किया जाता है
गिलोय के फायदे
1.आंखों के रोग में फायदेमंद गिलोय
10 मिली गिलोय के रस में 1 ग्राम शहद 1 ग्राम सेंधा नमक मिलाकर खूब अच्छी तरह से खरल में पीसकर इसे आंख में काजल की तरह लगाएं इससे अंधेरा धाना चुभन और काला तथा सफेद मोती बिंद रोग ठीक होते हैं गिलोय रस में त्रिफला मिलाकर काढ़ा बनाएं 1020 मिली काढ़ा में 1 ग्राम पीपल जुड़वा शहर मिलाकर सुबह और शाम सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती जाती है
2.कान की बीमारी में फायदेमंद गिलोय
गिलोय के तनिक को पानी में घिसकर गुनगुना कर लें इसे कान में दो-दो बोल दिन में डालने पर कान की मैल निकल जाती है
3.हिचकी को रोकने के लिए गिलोय का इस्तेमाल
गिलोय तथा सोंठ के चूर्ण को इस बार की तरह सुनने से हिचकी बंद होती है गिलोय चूड़े में सूट के सूट की चटनी बना लें इसमें दूध मिलाकर पी ली पीने से हिचकी आने बंद हो जाती है
4.टीवी रोग में फायदेमंद गिलोय का सेवन
अश्वगंधा गिलोय सातवा दशमूल पोहा कर्मूल तथा आतिस को बराबर भाग लेकर इसको काढ़ा बनाएं 20 से 30 मिली काला को सुबह और शाम सेवन करने से टीवी की बीमारी ठीक होती है इसके दौरान दूध का सेवन करना चाहिए
5.गिलोय के सेवन से उल्टी रूकती है
एसिडिटी के कारण उल्टी हो तो 10 मिली गिलोय के रस में 406 ग्राम मिली ले इसे सुबह और शाम पानी से उल्टी के बाद उपयोग करें गिलोय के 125a 250 मिली चटनी में 10 से 30 ग्राम शहद मिला लें इसे दिन में तीन बार सेवन करने से उल्टी की परेशानी ठीक हो जाती है 20 से 30 मिली गुड चुन्नी के काढ़े में मिलाकर मधु मिलाकर पीने से बुखार के कारण होने वाली उल्टी बंद होती है
6.लीवर को ठीक करने में गिलोय का उपयोग
10 ग्राम 5 किलो 2 ग्राम अजमोद 2 ग्राम छोटी पीपल एवं इंदौर नेमलेकर से प्ले इन सब को मसलकर रात को 250 मिली जल के साथ मिट्टी के बर्तन में रख दें सुबह पीसकर पिला दे 15 से 30 दिन तक सेवन करने से 11 व पेट की समस्या तथा आपस की इस परेशानी ठीक होती है
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